Monday, January 6, 2020

5 Interesting facts of human Brain.


SOME FACTS OF HUMAN BRAIN

जैसे की हम सब जानते की दिमांग हमारे शरीर का सबसे मह्त्बपूर्ण हिस्सा होता है इसके बिका हम कुछ भी नहीं कर सकते है यहाँ हम कह सकते है की बिना दिमांग के मनुष्य की तुलना एक जानवर के सामान कर दी गई है। कहते है न क्या आप में दिमांग नहीं है ?
चलिए जानते है ५ वो FACTS जो दिमांग की वजह से हम सब  को Extraodinary में Convert करते है। 
  1. हमारे दिमांग का वजन 3 Pounds है  और इसके साथ ही जब हमें  कुछ महसूस होता है तो ये दिमांग ही होता है जो ये बताता है की ये क्या है। 
  2. अगर हमारे दिमांग में खून जाना बंद हो जाये तो हम 5-10 सेकंड के अंदर बेहोश हो जायेगे। और कई बार सर पर चोट लगने की वजह  से लोग मर भी जाते है। 
  3. क्या आप जानते की जब हम सुबह जागते है तब हमारा दिमांग कितने ऊर्जा निकलता है ,हम 23 वाट्स ऊर्जा हमारे दिमांग से निलती है तभी कहते है सुबह अच्छा होता। एक सकारात्मक सोच बहुत कुछ बदल सकती है। 
  4. मनुष्य के मरने के बाद उसका  दिमांग 5-6 मिनट तक काम करता रहता है। 
  5. और सबसे अहम पॉइंट यह की जैसे जैसे मनुष्य की आयु बढ़ती जाती है मतलब जब वह बूढ़ा हो जाता है तब दिमांग के काम करने की गति कम हो जाती है। 

Friday, January 3, 2020

मिर्जा ए ग़ालिब

                 मिर्ज़ा  ग़ालिब 
अगर शायरों की बात की जाये तो ग़ालिब का नाम सबसे पहले आता है और ग़ालिब जैसा कोई शायर भी हुआ है आज तक लेकिन जब ग़ालिब के शेर और उनको जानने की बात आती है तो हम समझ नहीं पाते की ग़ालिब ने किस अंदाज़ में अपनी किस बात को बयां कर दिया।।

ग़ालिब का जन्म एबं परिवार 

ग़ालिब का जन्म आगरा में हुआ उन्होंने बचपन में ही अपने माता पिता को खो दिया।।
ग़ालिब के एक चाचा जी थे जो उस वक़्त ईस्ट इण्डिया कंपनी में सैन्य अधिकारी थे  अतः उनकी मौत होने के बाद उनकी पेंसन ग़ालिब को मिलने लगी जिस से ग़ालिब ने अपना जीवन यापन किया। 
उन्होंने उर्दू और फारसी में गद्द और पद्द लिखना आरंभ  कर दिया और इसी से ग़ालिब आगे बढ़ते चले गए 
ग़ालिब जब महज १३ वर्ष की आयु के थे तब उनका विवाह नवाब इलाही बख्त की बेटी उमराब बेगम से हो गया था।
ग़ालिब की अधिकतर गजलों और शायरी में उनके लिए प्रेम दिखता  है। 

जब लगा था तीर 
तब इतना दर्द नहीं हुआ 
ग़ालिब 
जख्म का एहसास तो तब हुआ जब कमान 
देखी  अपनों के हाथो में

मिर्जा ए ग़ालिब 









LIFE QUOTE

जीवन की सीख  ; जो हमारे पास है , उसकी सराहना करें , इससे पहले की समय  हमें उसकी सराहना करने पे मजबूर करे , जो हमारे पास था  !